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मेरी खेती से डबल शाफ्ट रोटावेटर खरीदने पर आपको मिलेगी भारी छूट, जानिए ऑफर के बारे में

मेरी खेती से डबल शाफ्ट रोटावेटर खरीदने पर आपको मिलेगी भारी छूट, जानिए ऑफर के बारे में

किसान भाइयों रोटावेटर आज के दिन हर किसान की जरूरत बन गया है। रोटावेटर के इस्तेमाल से आसानी से खेत की जुताई की जा सकती है। ये खेत को एक बार में ही अच्छी तरह से भुरभुरा कर देता है, जिससे कि किसान का समय और पूँजी दोनों बचते हैं। 

इसके इस्तेमाल के बाद आपको खेत में कल्टीवेटर अथवा हैरो से जुताई करने की आवश्यकता नहीं होती है। डबल शाफ्ट रोटावेटर से जुताई करने के बाद मिट्टी एकदम भुरभुरी हो जाती है और बिल्कुल समतल भी हो जाती है। इसके इस्तेमाल से खेत की मिट्टी की पानी सोखने की क्षमता भी बढ़ती है। 

आज के इस लेख में हम आपको इस डबल शाफ्ट रोटावेटर के बारे में संपूर्ण जानकारी देंगे जेसे कि ये कैसे काम करता है। हमारे इस लेख में आप ये भी जानेंगे कि मेरी खेती से अगर आप ये रोटावेटर खरीदते हैं, तो आपको कितनी छूट मिलेगी।

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डबल शाफ्ट रोटावेटर की विशेषताएँ

डबल शाफ्ट रोटावेटर एक ही बार में मिट्टी को भुरभुरा कर देता है। इस रोटावेटर को (न्यूनतम 35 - 40 एचपी) के ट्रैक्टर से आसानी से चलाया जा सकता है। डबल शाफ्ट रोटावेटर में दोनों धुरी एक ही दिशा में, एक ही गति से घूमती हैं, जिसके परिणामस्वरूप एक ही बार में मिट्टी बेहतर भुरभुरी हो जाती है। 

यह 7 फीट से 12 फीट तक के आकार में मौजूद है और मिट्टी को भुरभुरा करने के लिए एल, जे और सी प्रकार जैसे विभिन्न आकार के ब्लेड को रोटर से जोड़ा जा सकता है। 

कार्य की चौड़ाई: 203 -205 मिमी, संचालन की गति (किमी प्रति घंटा): 3.63-3.91, क्षेत्र क्षमता: 0.629-0.734 हेक्टेयर/घंटा; क्षेत्र दक्षता: 82.9-94.1%, कट की गहराई: 6.0-6.3 मिमी, ईंधन खपत: 5.90-6.29 मील प्रति घंटे। ये रोटावेटर आज कल किसानों की पहले पसंद बन गए हैं। 

किसान भाइयों आप इसको खरीद कर आसानी से एक ही बार में जुताई कर सकते हैं। डबल शाफ्ट रोटावेटर के इस्तेमाल के बाद आपको हैरो या कल्टीवेटर से जुताई करने की आवश्यकता नहीं होती है ,डबल शाफ्ट रोटावेटर से एक बार जुताई के बाद खेत में सीधा फसल के बीजों की बुवाई कर सकते है।

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मेरी खेती से ख़रीदे डबल शाफ्ट रोटावेटर कम दामों पर

किसान भाइयों जैसा की आप जानते है डबल शाफ्ट रोटावेटर के बहुत फायदे है। अगर आप डबल शाफ्ट रोटावेटर खरीदने के इच्छुक हैं, तो मेरी खेती के माध्यम से आप इसकी खरीद कर सकते हैं। 

मेरी खेती पर आपके लिए एक ऑफर है, जिसमें आपको ये डबल शाफ्ट रोटावेटर कम कीमत पर मिल सकता है। अगर आप खरीदने के इच्छुक है तो यहां क्लिक करें

इन फूलों की करें खेती, जल्दी बन जाएंगे अमीर

इन फूलों की करें खेती, जल्दी बन जाएंगे अमीर

अगर आप भी जल्दी अमीर होना चाहते हैं, तो जिरेनियम की खेती (Geranium Cultivation) का विकल्प चुन सकते हैं. इसकी खेती करने के लिए पहली बार करीब रक लाख रुपये तक खर्च करने पड़ते हैं. लेकिन इसके आयल की बात करें, तो मार्केट में इसकी डिमांड काफी हाई है. अहर आप किसान हैं, और आप यही सोचते हैं कि, पारम्परिक खेती के जरिये ही अच्छी कमाई की जा सकती है, तो आप यहां गलत हो सकते हैं. आपको बता दें कि पारम्परिक खेती के अलावा खुशबूदार फूलों और जड़ी बूटियों की खेती करके भी काफी अच्छा खासा मुनाफा कमाया जा सकता है. हालांकि केंद्र और राज्य सरकारें भी किसानों को फूलों की खेती करने का बढ़ावा दे रही हैं. जिसके लिए भारी भरकम अनुदान भी सरकार की तरफ से दिया जा रहा है. अब अगर ऐसे में किसानों को भी खुशबूदार फूलों की खेती करके मालामाल होने का ये मौका जाया नहीं होने देना चाहिए. इसके लिए किसानों को खेती के लिए अच्छे किस्म के फूलों का चयन करना होगा. जिसका बाजार में अच्छा भाव मिल जाए. हमारे देश में खुशबूदार चीजों की काफी अच्छी बिक्री की जाती है. खुशबूदार फूलों से बनी चीजें लोगों को बेहद आकर्षित करती हैं. जिनमें से इत्र, शैंपू, साबुन और ब्यूटी प्रोडक्ट्स शामिल हैं. इसके अलावा खुशबूदार फूलों का इस्तेमाल आयुर्वेदिक दवाइयां बनाने में भी किया जाता है. अगर कोई किसान फूलों की खेती करने का मन बना रहा है, तो उनके लिए जिरेनियम की खेती (Geranium Cultivation) करना एक बढ़िया विकल्प हो सकता है. जानकारी के मुताबिक जिनेरियम आयल की डिमांड बाजारों में खूब रहती है. जिस वजह से इसकी कीमत हजारों रुपये किलो रहती है. जिस वजह से किसान कम समय में ही अमीर बन सकते हैं.

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खेती में पानी की निकासी हो अच्छी

जिनेरियम की खेती (Geranium Cultivation) के लिए किसानों को इसमें ज्यादा लागत लगाने की जरूरत नहीं होती. इसकी खेती चाहें तो कहीं भी कर सकते हैं. बलुई दोमट मिट्टी इसकी खेती के लिए सबसे अच्छी होती है. इसके साथ ही मिट्टी का पीएच मान 5.5 से 7.5 के बीच में बेहतर माना जाता है. जिरेनियम की बुवाई करने से पहले किसानों को इस बात का खास ख्याल रखना होगा, कि खेत की जुताई सही ढ़ंग से हुई हो. साथ ही खेत में पानी की निकासी भी अच्छी होनी चाहिए. पानी की अच्छी निकासी पौधों को अच्छा उत्पादन देने में कारगर होती है. अगर फसलों में पानी भरा रहेगा तो पौधों की जड़ों के सड़ने का खतरा भी बना रहता है.

हजारों रुपये किलो बिक रहा जिरेनियम आयल

अगर आप पहली बार जिरेनियम की खेती (Geranium Cultivation) कर रहे हैं, तो इसके लिए आपको करीब लाख रुपये तक खर्च करने पड़ सकते हैं. जिरेनियम आयल की बाज़ार में काफी डिमांड है. हालांकि बाजार में इसका आयल करीब 20 हजार रुपये किलो तक बेचा जा रहा है. इसकी खेती का सबसे बड़ा फायदा किसानों को यह होता है कि, एक बार की बुवाई के बाद्द इसके पौधे से लगभग चार से पांच साल तक की कमाई पक्की हो जाती है.